तुम्हे याद है जानां ...कई बार ऐसा हुआ है की तम्हारे साथ लम्बे सफ़र में अक्सर ये गाना बजता था . मुझे ये गाना बहुत पसंद है और तुम्हारे साथ खूब गुनगुनाता भी था .. वो लम्बी सी long drive .... वो सड़क के किनारे के किसी होटल में नाश्ता करना .. और फिर कभी कभी तुम्हे छूना .. तुम्हे देखना .. फिर कितनी सारी कभी न ख़त्म होने वाली बाते .. सफ़र कब ख़त्म हो जाता था , पता ही नहीं चलता था ...याद है , एक बार हमने सड़क के किनारे रुक कर खेतो से ओले [ चने के पौधे ] तोड़े थे ....कितनी सारी यादे...सारे लम्हे अक्सर रातो को दिए बन कर दिल में जलते है जानां ....तुम क्या जानो तन्हाईयो की आहटो को ....हमारे सफ़र के वाहन बने , ऑटो, रिक्शा ,ट्रेन, कार, उड़न खटोला , नाव, boat , cruize ..और कितना सफ़र तो हमने हाथो में हाथ डालकर पैदल ही तय किया है ....और कुछ याद नहीं आ रहा है....बस आँखे धुंधला जाती है तेरे नाम के पानी से ............
Friday, December 31, 2010
Thursday, December 30, 2010
दिल तो बच्चा है जी .... !!!
तुम्हे याद है वो दिन ..हलकी हलकी बारीश हो रही थी और हम दोनों खो गए थे किसी पुराने मंदिर को जाती हुई सड़क पर .. वो एक अजनबी सा पुराना शहर था .. लेकिन कितना अपना था .. हम कई बार उस शहर की सडको पर यूँ घूम चुके है की ,लगता है की किसी पिछले जन्म में ,हम वही रहते थे.. .....!!! जानां , जब हम मंदिर को जाने वाली सड़क का पता पूछ रहे थे तो, तुम्हारे रेडियो पर ये गाना बज रहा था... आज सुबह उस गाने को सुना तो वो सड़क याद आई, वो मंदिर याद आया, वो शहर याद आया ,तुम्हारी कार में बजता हुआ वो रेडियो याद आया , और इस गीत के साथ तुम भी याद आई ...लेकिन , मैं तुम्हे भूला कब हूँ जानां .....बस कदम फिर उस सड़क पर फिर खो जाने को बेताब है ..........!!!
Monday, December 27, 2010
ओम्कारेश्वर......मेरे ज़िन्दगी का सबसे अच्छा सपना !
एक जगह है इस देश में ...जहाँ सुबह ये सुनाई देता है ....और मन को प्रसन्न कर देता है....
आज उस जगह की बहुत याद आ रही है ....आज से ११ महीने पहले उस जगह से वापस लौटा था .
Monday, December 20, 2010
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