Tuesday, September 29, 2009

तेरा चले जाना....


तेरा चले जाना


जब मैं तुझे छोड़ने उस अजनबी स्टेशन पर पहुंचा ;
जो की अब मेरा जाना पहचाना बन रहा था ….
तो एक बैचेन सी रात की सुबह हो रही थी ......

एक ऐसी रात की ,
जो हमने साथ बिताई थी
ज़िन्दगी के तारो के साथ ..
जागते हुए सपनो के साथ
और प्यार के नर्म अहसासों के साथ ...


हमारे प्रेम की मदिरा का वो जाम
जो हम दोनों ने एक साथ पिया था ..
उसका स्वाद अब तक मेरे होंठों पर था...


मैंने धुंधलाती हुई आँखों से देखा तो पाया कि ;
तेरे चेहरे के उदास उजाले
मेरे आंसुओ को सुखा रहे थे......


मौन की भी अपनी भाषा होती है
ये आज पता चला .......
जब तुमने मेरा हाथ पकड़ कर कुछ कहना चाहा....
और कुछ न कह सकी .....
मैं भी सच कितना चुप था !!


हम दोनों क्या कहना सुनना चाहते थे ;
ये समझ में नहीं आ रहा था .....
और सच कहूँ तो
मैं समझना भी नहीं चाहता था !


फिर थोडी देर बाद तुझे ;
तेरे शहर को ले जाने वाली ट्रेन आयी ....


ये वही स्टेशन था ,
जिसने तुम्हे मुझसे मिलाया था
और हम दोनों ने ये जाना था कि ;
किसी पिछले जनम के बिछडे हुए है हम...


मैंने मरघट की खामोशी के साथ ;
तुझे उस ट्रेन में बिठाया ..


तेरा चले जाना जैसे ;
मेरी आत्मा को तेरे संग लिए जा रहा था ..


जिस जगह हम मिले ,
उसी जगह हम जुदा हुए..
ये कैसी किस्मत है हमारे प्यार की ......


फिर ट्रेन चल पड़ी ....
बहुत दूर तलक मैं उसे जाते हुए देखते रहा
और उसे ;
तुझे ले जाते हुए भी देखते रहा ..


मेरी आँखों ने कहा ,
सुन यार मेरे .. अब तो हमें बहने दे.....
बहुत देर हुई ..रुके हुए ...


मैं अपने कदमो को खीचंते हुए वापस आया ....
देखा तो ;
कमरा उतना ही खामोश था ..
जितना हमने उसे छोड़ा था ....


बिस्तर पर पड़ी चादर को छुआ तो ,
तुमने उसे अपनी ठोडी तक ओड़ ली ...
और अपनी चमकीली आँखों से
मुझे देखकर मुस्करा दिया ...


और फिर कोने में देखा तो तुम
मेरे संग चाय पी रही थी ..


सोफे पर शायद तुम्हारा दुपट्टा पड़ा था ...
या मेरी धुंधलाती हुई आँखों को कोई भ्रम हुआ था ...


आईने में देखा तो तुम थी मेरे पीछे खड़ी हुई ...
मुझे छूती हुई .....मेरे कानो में कुछ कहती हुई..

शायद I LOVE YOU कह रही थी......

सारे कमरे में हर जगह तुम थी ...
अभी अभी तो मैं तुम्हे छोड़ आया था
फिर ये सब ..................................

सुनो ,
मैं बहुत देर से रो रहा हूँ ..
तुम आकर मेरे आंसू पोंछ दो ......

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